दुमकाः उपराजधानी दुमका के नगर थाना क्षेत्र के जरुआडीह मोहल्ले में एकतरफा प्यार में मोहल्ले में ही रहने वाले शाहरुख नाम के युवक ने अंकिता नाम की युवती पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी थी। जिससे युवती गंभीर रूप से जल गई थी। वारदात के बाद आनन फानन में उसे फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना । लड़की दुमका के एक व्यवसायी की बेटी है। अंकिता की हालत नाजुक होने पर बेहतर इलाज के लिए रांची के रिम्स रेफर किया गया था। रिम्स में ही इलाज के दौरान अंकिता ने अंतिम सांस ली।
प्रशासन की लापरवाही से हुई अंकिता की मौत
पीड़ित अंकिता के मौत के बाद नए-नए खुलासे हो रहे हैं। विपक्ष ने सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि सरकार की और प्रशासन की लापरवाही के कारण अंकिता की मौत हुई। अगर अंकिता की उचित समय पर इलाज की अच्छी व्यवस्था की जाती और अच्छे इलाज के लिए कहीं और रेफर किया जाता तो शायद अंकिता की जान बचाई जा सकती थी और वह आज हमारे बीच होती। विपक्ष के नेता पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट करते हुए कहा कि अंकिता को उचित समय पर इलाज नहीं मिल पाया पूरी तरह से जलने के 12 घंटे बाद उसे रांची के रिम्स में रेफर किया गया। 12 घंटे बाद खुद परिजन किसी तरह पैसे का जुगाड करके रांची पहुंचे। रिम्स में अंकिता को सिर्फ 45% जला बोलकर जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया जबकि वह 95% झुलसी हुई थी।
विपक्ष के भाजपा नेताओं ने सरकार को घेरते हुए यह भी कहा कि जिस समय अंकिता अस्पताल में तड़प रही थी, अंतिम सांसे गिन रही थी, उस समय पर सत्तापक्ष सत्तापक्ष के विधायक पिकनिक मनाने में व्यस्त थे। रांची में ही अंकिता का इलाज हो रहा था फिर भी मुख्यमंत्री या कोई भी नेता उनसे मिलने तक नहीं पहुंचा और ना ही उनकी हाल-चाल ली गई।
अपराधी शाहरुख को जल्द हो फांसी
अपराधी शाहरुख को लेकर देशभर में फांसी की सजा की मांग की जा रही है, साथ ही साथ में लोगों का कहना है कि शाहरुख को फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जल्द से जल्द फांसी की सजा सुनाई जाय।