झारखंड: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी होगी अगली मुख्यमंत्री?

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जल्द ही अपना पद छोड़ सकते हैं। वे अपनी जगह अब पत्नी को मुख्यमंत्री बनवा सकते हैं।

दरअसल, झारखंड में खनन लीज आवंटन मामले को लेकर राजनीतिक हलचलें तेज हो गई हैं। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पद छोड़ना पड़ सकता है। आपको बता दें कि खनन लीज आवंटन मामले में चुनाव आयोग की सुनवाई पूरी हो चुकी है। जिसके बाद तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तक फैसला नहीं सुनाया है लेकिन जल्द ही फैसला आ सकता है। ऐसे में हेमंत सोरेन किसी प्रकार की प्रतिकूल परिस्थिति से निपटने के लिए अभी से तैयार दिख रहे हैं।

झारखंड में भाभीजी की ताजपोशी की तैयारी : डॉ निशिकांत दुबे

भाजपा के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने भी ट्वीट करके यहां तक कह दिया की झारखंड में भाभी जी को ताजपोशी की तैयारी की जा रही है। उनका भाभी जी से अर्थ हेमंत सोरेन की पत्नी से है। अर्थात सांसद दुबे की माने तो झारखंड की अगली मुख्यमंत्री सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी को बनाया जाएगा।

निशिकांत दुबे का ट्वीट

अगस्त पार कर ले मुख्यमंत्री : दुबे

शेल कंपनी केस में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से फैसला सुरक्षित रखने के साथ झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई पर रोक लगने के बाद JMM इसे अपने लिए राहत के रूप में पेश कर रहा है तो गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्विटर पर जवाब में चुनौती दे डाली है.

दरअसल, JMM के नेता ने ट्विटर पर सुप्रीम कोर्ट के रुख का जिक्र करते हुए लिखा, ”हमारे मुंगेरीलाल निशिकांत दुबे जी कुछ सुने की नहीं की माननीय सुप्रीम कोर्ट क्या कह रहा है ख्याली पुलाव की दुनिया से बाहर आइए और माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी के बारे में क्या कहा गया उसे जानिए और सीधा बाबूलाल मरांडी जी के साथ हरिद्वार निकल लीजिए। शायद कुछ पाप धुल जाए। वहीं, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने जवाब देते हुए लिखा,’सौ सुनार की एक लोहार की। मुख्यमंत्री जी अगस्त पार कर लें।

मुख्यमंत्री के पत्नी के नाम पर JMM के वरिष्ठ विधायक और कांग्रेस सहमत नहीं: दुबे

कल 20 अगस्त को मुख्यमंत्री मंत्री के आवास में जेएमएम, कांग्रेस और सरकार में सहयोगी सभी पार्टियों के विधायकों की एक मीटिंग बुलाई गई थी। हालांकि इस मीटिंग में क्या हुआ अभी तक कुछ पता नहीं चला है । सांसद निशिकांत दुबे की माने तो उन्होंने ट्वीट करके यहां तक कह दिया कि हेमंत सोरेन के उनकी पत्नी को अगला मुख्यमंत्री बनाए जाने के नाम से झामुमो के वरिष्ठ विधायक व कॉंग्रेस सहमत नहीं दिखाई दे रही है। इसका कारण पंचायत चुनाव के नोटीफिकेशन के अनुसार भाभीजी आदिवासी सीट पर चुनाव लड़ने के काबिल नहीं हैं । इस वजह से बसंत भैया व सीता भाभीजी भी चिन्तित है।

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