15 जून 2022 को जमशेदपुर के भुईयांडीह से 6 महीने की गर्भवती महिला को प्रीमेच्योर लेबर दर्द के चलते TMH अस्पताल में एडमिट कराया गया था। उसी दिन रात को महिला ने 2 जुड़वा प्रीमेच्योर बच्चों को जन्म दिया। बच्चों का पूर्णतः स्वस्थ न होने के वजह से उनको पूरे 45 दिन नर्सरी में रखा गया। जिसकी वजह से अस्पताल का बिल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा था। महिला और बच्चों दोनो को 45 दिन तक अलग अलग वार्ड में रखा गया और अंत में महिला के पति ( इंदर ) को जो एक ऑटो ड्राइवर है उनको ₹7,95,000 का बिल दे दिया गया। इंदर जी ने अपने सभी रिश्तेदारो से पैसे के लिए पूछा और ₹4,50,000 इकट्ठा करके अस्पताल में जमा किए। लेकिन इसके बाद भी अस्पताल का 3,45,000( तीन लाख पैंतालिस हजार) का बिल बाकी बचा था।
डॉ अजय कुमार जी के प्रयास से TMH का 3 लाख का बिल माफ
नवजात बच्चों के पिता इंदर के परिचित सरवीन मुखी जी ने यह समस्या डॉ अजय कुमार के एक व्हाट्सएप ग्रुप में डाली और 28 जुलाई 2022 को ‘टीम डॉ अजय कुमार जी‘ द्वारा इस केस को गंभीरता पूर्वक लेकर जमशेदपुर के पूर्व आईपीएस और सांसद डॉ अजय कुमार जी को बताया। डॉ अजय कुमार जी ने इस केस में तुरंत संज्ञान लिया और TMH अस्पताल अधिकारी से बात की ओर शेष अधिक से अधिक बिल माफ करने की मांग की। आज 30 जुलाई 2022 को अस्पताल ने ₹2,90,000 ( दो लाख नब्बे हजार ) का बिल माफ कर दिया। अब सिर्फ बचा हुआ ₹50000 का बिल देकर महिला और बच्चों को TMH ने घर ले जाने की अनुमति दी है ।
डॉ अजय कुमार जी के इस प्रयास से सिद्ध है की मानवता से बड़ा धर्म आज भी कोई नही है ।