झारखंड: शादी या मृत्यु भोज के लिए आदिवासी परिवार को मिलेगा 100 केजी चावल और 10 केजी दाल

रांची : रांची के मोराबादी मैदान में विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर दो दिवसीय झारखण्ड जनजातीय महोत्सव 2022 का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घानत मुख्य अतिथि श्री शिबू सोरेन, मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन एवं अन्य अतिथियों ने किया। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित झारखण्ड जनजातीय महोत्सव 2022 में लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखण्ड में आदिवासी परिवार में शादी और मृत्यु भोज पर 100 केजी चावल और 10 केजी दाल देने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा की आदिवासी परिवार में किसी की भी शादी के अवसर एवं मृत्यु होने पर उन्हें 100 केजी चावल तथा 10 केजी दाल दिया जाएगा। इससे सामूहिक भोज के लिए अब उन्हें कर्ज नहीं लेना पडेगा। साथ ही मेरी अपील होगी कि सामूहिक भोज के लिए कर्ज लेने से बचें।

मेरी आदिवासी पहचान सबसे महत्वपूर्ण: मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा – “हम आदिवासियों की कहानी लम्बे संघर्ष एवं कुर्बानियों की कहानी है। विश्व आदिवासी दिवस के शुभ अवसर पर हमारे वीर पुरुखों को शत-शत नमन और सभी को अनेक-अनेक शुभकामनाएं और जोहार। जय झारखण्ड! मेरे लिए मेरी आदिवासी पहचान सबसे महत्वपूर्ण है। संविधान में कई प्रावधान आदिवासी समाज के जीवन स्तर में बदलाव के लिए किए गए। परन्तु, बाद के नीति निर्माताओं की बेरुखी का फल है कि आज भी देश का सबसे गरीब, अशिक्षित, प्रताड़ित, विस्थापित एवं शोषित वर्ग आदिवासी है।”

मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकास की मांग की

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में केंद्र सरकार से 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकास के रूप में घोषित करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा – “मैं इस मंच से भारत सरकार से मांग करता हूँ कि पूरे देश में 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित करनी चाहिए। वन अधिकार के जो पट्टे खारिज किये गए हैं। हम फिर से इसका रिव्यू करेंगे एवं जो भी लंबित हैं उसे 3 महीने के अन्दर पूरा करेंगे।”

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