गिरिडीह: बाल शोषण से मुक्ति हेतु खासकर बाल श्रम और बाल तस्करी (ट्रैफिकिंग) के प्रति गिरिडीह जिले में आम जन मानस को जागरूक करने के उद्देश्य से कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन, जिला प्रशासन तथा RPF के संयुक्त तत्वावधान में जागरूकता रथ चलाई जा रही है। गिरिडीह जिले में जिला उपायुक्त कार्यालय से प्रारंभ होकर यह जिले के माइका (अभ्रक) क्षेत्रों में खासकर तिसरी और गांवा प्रखंड के 150 से अधिक गांवों तक यह रथ यात्रा पहुंच कर, रैली, नुक्कड़ नाटक, गीत, जन चौपाल और पर्चा वितरण के माध्यम से लोगों को ट्रैफिकिंग के प्रति जागरूक करेगी।
विदित हो कि यह जागरूकता रथ कोडरमा में 18 जुलाई से 21 जुलाई तक जागरूकता कार्यक्रम चलाकर गिरिडीह जिले में पहुंची है।
जन जागरूकता अभियान रथ का गिरिडीह उपायुक्त ने किया स्वागत
आज गिरिडीह जिला समाहरणालय में इस रथयात्रा का गिरिडीह जिला उपायुक्त, श्री नमन प्रियेश लकड़ा, उप विकास आयुक्त महोदय, NDC जिला नजारत विभाग ने संयुक्त रूप से स्वागत किया तथा जिले में बाल दुर्व्यापार जैसे अतिसंवेदनशील मुद्दे पर जिले में जन जागरूकता हेतु हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ यात्रा कारवां में तब्दील होते हुए , गिरिडीह के सर जे सी बोस बालिका विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई, जहां रथयात्रा का विद्यालय प्राचार्य एवं बच्चों ने भव्य स्वागत किया । कार्यक्रम के पश्चात रथयात्रा जमुआ होते हुए तिसरी प्रखंड और गांवा प्रखंड क्षेत्रों में जनजागरुकता हेतु रवाना हो गई।
इस कार्यक्रम के दौरान जिला उपायुक्त भा0 प्र0 से0 श्री नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि , नोबेल शांति पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी जी के द्वारा संचालित कार्यक्रम के तहत जिले में बाल तस्करी के मुद्दे पर जिला प्रशासन के साथ किया जा रहा यह संयुक्त पहल असरदार साबित हो, खासकर तिसरी और गांवा जैसे दूर दराज क्षेत्रों में जहां आए दिन ऐसी घटनाएं प्रकाश में आती रहती है। यह पहल बढ़िया है सभी को मिलकर जनजागरुकता कार्यक्रम में भाग लेना चाहिए। गिरिडीह प्रशासन हर समय सहयोग के लिए तत्पर है। मिलकर बाल तस्करी के गिरोह की कमर तोड़नी है तथा बाल शोषण/बाल दुर्व्यापार मुक्त जिला बनाना है।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के परियोजना पदाधिकारी गोविंद खनाल ने बताया कि, आए दिन तिसरी क्षेत्र में बाल व्यापार से जुड़ी समस्याएं आती ही रहती हैं। पिछले एक माह में RPF के सहयोग से 17 बच्चों को तस्करों से मुक्त कराया गया है। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन आरपीएफ के साथ मिलकर पूरे देश में यह अभियान चला रही है। झारखंड के कोडरमा और गिरिडीह जिले में जिला प्रशासन का सहयोग मिलने से इस अभियान को काफी बल मिलेगा। मिलकर हमें बाल श्रम, बाल दुर्व्यापार जैसे बाल शोषण से मुक्त जिला बनाने का प्रयास करना है। अभ्रक क्षेत्रों में खासकर अतिसुदुरवर्ती क्षेत्रों को बाल तस्कर अपना शिकार भोले भाले आदिवासी परिवारों को बनाते हैं। मेरा आह्वान है कि गिरिडीह को हर प्रकार के बाल शोषण से मुक्त जिला बनाने में सभी हमारी मदद करें इस जागरूकता अभियान को सभी अपना भरपूर समर्थन प्रदान करते हुए मिलकर लोगों को जागरूक करने का कार्य करें।
साथ ही इस अभियान के पश्चात कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन तिसरी और गांवा के विभिन्न क्षेत्रों में कॉर्नर कैंप लगाकर ट्रैफिकिंग से जुड़े मुद्दों की पहचान कर जिला प्रशासन के साथ मिलकर ज्ञात मुद्दों पर आवश्यक पहल करने का कार्य किया जायेगा।
इस कार्यक्रम के दौरान जिला प्रशासन के अधिकारी नीति आयोग सह BBA समन्वयक अंजली बिन सिकदर सहित आरपीएफ के जवान, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के कार्यकर्ता सुबीर रॉय, सुरेंद्र पंडित, मनोज कुमार, संदीप नयन, राजू सिंह, अमित कुमार, छोटेलाल और गुफसाना प्रवीण, इंकज, जान्हवी, सबीना सहित दर्जनों बाल नेता भी शामिल रहे।
जन जागरूकता रथ ने किया खटपोक में का कार्यक्रम
जागरूकता रथ गिरिडीह में कार्यक्रम के पश्चात तिसरी प्रखंड के खटपोक पंचायत में कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का कार्य किया गया। इस दौरान यहां कुल 500 प्रतिभागी शामिल हुए।
इस दौरान कोर मार्च में चल रहे आरपीएफ के जवान तथा बाल नेता ने लोगों को बाल दुर्व्यापार के संदर्भ में विस्तृत जानकारी साझा किया।