सरायकेला खरसवां : ईचागढ़ प्रखंड के चोगाटाढ़ गांव में आंगनबाड़ी का भवन काफी जर्जर हो चुका है. जिले का आंगनबाड़ी केंद्र भी उन्हीं में से एक है,जो अव्यवस्थाओं का दंश झेल रहा है. आंगनबाड़ी भवन काफी जर्जर हो गया है. खिड़की-दरवाजे सब गायब हैं. यहां पेयजल की समस्याएं तो है ही, साथ ही शौचालय कि स्थिति भी बदहाल है , साथ ही झाड़ियां और गंदगी से भरा हुआ है. यहां पर पढ़ रहे सभी बच्चे जान जोखिम में डालकर पढ़ाई कर रहे थे. सेविका और ग्रामीणों ने बताया कि आंगनबाड़ी का भवन इस तरह से छत टूटा हुआ है कि, छत का प्लास्टर और छड़ गिर कभी कभी टूट कर जमीन में गिर जाता है. खतरे की स्थिति को देखते हुए आंगनबाड़ी केन्द्र गांव के ही निजी भवनों में शिफ्ट किया गया. यहां कभी भी कोई बड़ी हादसा हो सकता था इसलिए गांव के ही निजी भवन में आंगनबाड़ी संचालित किया है.
वही जिम्मेदार अधिकारियों को लिखित शिकायत करने के बाद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. सरकार छोटे-छोटे बच्चों के विकास,पोषण व आरंभिक शिक्षा के लिए विशेष जोर दे रही है. कई आंगनबाड़ी को माडल बनाकर उसमें आधुनिक स्तर की सुविधाएं भी दी गई है, इस गांव की आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति अत्यंत दयनीय एवं खस्ता हाल हैं.