बड़कागांव: ग्रामीणों के कड़े विरोध के बाद बलोदर में अदानी कोल कंपनी की लोक जन सुनवाई हुई रद्द

हजारीबाग: जिले के बड़कागांव थाना क्षेत्र के बलोदर में आयोजित लोक जन सुनवाई को ग्रामीणों के कड़े विरोध के बाद रद्द कर दिया गया। ग्रामीणों के जोरदार विरोध को देखते हुए कंपनी के पदाधिकारी वापस लौट गए।

जल जंगल जमीन हमारी है

बलोदर में अडाणी कोल ब्लॉक की ग्रामीणों की स्वीकृति के लिए निर्धारित 15 जुलाई को लोक सुनवाई होना था। लेकिन लोक जन सुनवाई का ग्रामीणों के द्वारा पुरजोर विरोध किया गया। भारी संख्या में आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा कंपनी का विरोध किया गया तथा लोक जन सभा को रद्द करने की मांग की गई। हजारीबाग तथा बड़कागांव के पदाधिकारी और अडानी कंपनी के पदाधिकारियों की जा रही गाड़ियों को लोगो ने तय स्थल से एक किलोमीटर दूर पर ही रोक दिया।

ग्रामीणों ने कहा कि जल जंगल जमीन हमारा है हमारे पूर्वज वर्षों से गुजर बसर करते आ रहे हैं किसी भी हालत में हम अपना जमीन कंपनी को नहीं देंगे । ग्रामीणों के विरोध के बाद लोक जन सभा को रद्द किया गया। ग्रामीणों ने ‘ अडानी कंपनी वापस जाओ’ ‘लोक सुनवाई रद्द करो’ ‘ जल, जंगल, जमीन हमारी है’ जैसे बोर्ड लेकर विरोध किया।

क्या है पूरा मामला?

अडानी समूह ने नवंबर 2020 में वाणिज्यिक कोयला नीलामी के दौरान 20.75 प्रतिशत की अंतिम राजस्व-साझाकरण पेशकश करके गोंदलपुरा कोयला ब्लॉक जीता है। 176 मिलियन टन कोयले के भूवैज्ञानिक भंडार के साथ, ब्लॉक में 513.18 हेक्टेयर भूमि लेने का प्रस्ताव है, जिसमें से 219.65 हेक्टेयर वन भूमि है। परियोजना की अनुमानित लागत 99,800 लाख रुपये है। इस परियोजना के लिए कई गांवों के लोगों को अपनी जमीन कंपनी को देनी पड़ेगी। इस परियोजना से लगभग 4500 लोग प्रभावित होंगे। इसके बाद से ही प्रभाव में पड़ने वाले सभी गांव के लोगो ने विरोध करना शुरू कर दिया। लोगो का कहना है कि हम किसी भी हाल में अपनी जमीन कंपनी को नही देंगे। हालांकि अडानी कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा ग्रामीणों को बताया गया कि कोयले के खनन से इलाके का विकास होगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, पलायन रुकेगा। विस्थापित होने वाले परिवारों को सरकार द्वारा निर्धारित मुआवजा मिलेगा। विस्थापित परिवारों का कौशल प्रशिक्षण कर उन्हें रोजगार से जोड़ा जाएगा। लेकिन फिर भी ग्रामीण अपनी जमीन देने को तैयार नहीं है। लोगो का कहना है कि ना हम अपनी जमीन देंगे न नोकरी लेंगे।

अगली सुनवाई 22 जुलाई 22 को गोंदलपुरा में रखा गया है। लोगो ने आगे भी कड़े विरोध करने के संकेत दिए है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *