गिरिडीह(तीसरी): जिले के तिसरी प्रखंड जो कि वर्तमान में ट्रैफिकरों के लिए हब बनता जा रहा है। लगातार कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन की अगुवाई के माध्यम से 15 से अधिक FIR ट्रैफिकिंग के मुद्दे पर कराई गई है। फिर भी ट्रैफिकरो की करस्तानियां बढ़ती ही जा रही है। इसी क्रम में आज जसीडीह रेलवे स्टेशन पर तिसरी प्रखंड की रहने वाली 2 बच्चियों को तस्कर से मुक्त कराया गया। इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार लगातार कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन ने नजर बनाए रखी और RPF से को ऑर्डिनेट करके जसीडीह रेलवे स्टेशन पर 1 ट्रेफिकर के साथ रेस्क्यू किया गया। लगातार 3 महीने इन बच्चों के रेस्क्यू के लिए KSCF प्रयासरत थी। रेस्क्यू की गई दोनों बच्चियों को पटना में किसी घर में झाडू पोछा लगाने के काम में लगवाया गया था, स्वयं बच्ची ने जब कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के कार्यकर्ता को मैसेज के माध्यम से टिकट का पीएनआर नंबर भेजा जिससे जांच करने पर पता चला कि बाबा वैद्यनाथ धाम एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 22466) से पटना से जसीडीह के लिए वे सफर कर रहे हैं, तुरंत ही इसकी जानकारी साझा करते हुए आरपीएफ से संपर्क किया गया, रेलवे पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए संबंधित ट्रेन से दोनो बच्चियों का रेस्क्यू किया तथा 1 ट्रैफिकर को भी गिरफ्तार किया गया। इस मामले पर आवश्यक अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है।
बढ़ती जा रही ट्रैफिकिंग की घटनाएं
विदित हो कि तिसरी से आए दिन ट्रैफिकिंग की घटनाएं होती ही रहती हैं, पर प्रशासन का सक्रिय न हो पाना दुर्भाग्य है। सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे देती है, जिसके विपरीत यहां बेटियों को तस्कर का सामान समझा जा रहा है। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन द्वारा क्षेत्र में लगातार सक्रियता दिखाते हुए कई बच्चों का रेस्क्यू कार्य कराया है। पिछले ही दिनों KSCF के लगातार दबाव के कारण , 2 बच्चों को सकुशल वापस घर लाकर ट्रैफिकरों ने पहुंचाया है।
आज के रेस्क्यू कार्य को अंजाम देने में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के कार्यकर्ता इंकज कुमार, सहायक परियोजना पदाधिकारी संदीप नयन, जिला समन्वयक सुरेंद्र पंडित, परियोजना पदाधिकारी गोविंद खनाल तथा आरपीएफ का सक्रिय योगदान रहा है।