देवघर: जिले के झरना चौक से लेकर झौंसागढ़ी हनुमान मंदिर तक लगे जाम में एंबुलेंस के फंस जाने से छह दिन के नवजात की मौत हो गयी। पिता ने जाम के कारण नवजात की मौत होने का आरोप लगाया है।
बताया जाता है कि सदर अस्पताल जा रही एंबुलेंस दिन के करीब 11.40 बजे से 40 मिनट तक आरएल सर्राफ स्कूल से झरना चौक तक फंसी रही। इस दौरान बच्चा एंबुलेंस में ही तड़पता रहा। धीरे-धीरे एंबुलेंस आगे बढ़ती गयी। झरना चौक से सदर अस्पताल तक सवा किलोमीटर की दूरी तय करने में एंबुलेंस को 40 मिनट का समय लग गया। इसके बाद एंबुलेंस जैसे ही सदर अस्पताल पहुंची, वहां मौजूद डॉक्टर ने नवजात को मृत घोषित कर दिया।
बिहार के चकाई स्थित परांची गांव निवासी है मुकेश कुमार आजाद
नवजात के पिता मुकेश आजाद बिहार के चकाई स्थित परांची गांव के निवासी है। उन्होंने बताया कि नौ सितंबर को सदर अस्पताल में ही ऑपरेशन से बच्चे का जन्म हुआ था। उसे डाॅक्टर ने एनआइसीयू में भर्ती करने को कहा था। इसके बाद परिजनों ने डॉ प्रेम प्रकाश के क्लिनिक में भर्ती कराया। बाद में बेहतर इलाज के लिए उसे डिस्चार्ज करा कर डॉ आरके चौरसिया के अस्पताल में ले जाया गया। बाद में वहां से सदर अस्पताल में भर्ती कराने ले जा रहे थे।
सदर अस्पताल के डॉ एके दास ने कहा कि बच्चे को मृत अवस्था में लाया गया था। बच्चे को देख कर लगा कि उसकी मौत करीब आधे घंटे के अंदर हुई थी। वहीं, डॉ प्रेम प्रकाश ने कहा कि समय से पहले बच्चे ने जन्म लिया था। उसे सांस लेने में तकलीफ की शिकायत थी। बच्चे की स्थिति उतनी भी गंभीर नहीं थी।