बेटे ने डायन का आरोप लगाकर माँ को ही मार डाला, एक ही गांव में 3 महिलाओं की हत्या

राँची: झारखण्ड की राजधानी राँची जिले के सोनाहातू थाना क्षेत्र के राणाडीह गांव में डायन बिसाही के शक में 3 महिलाओ को मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं पुलिस ने इस घटना में शामिल आधा दर्जन लोगों को हिरासत में भी लिया है।

बताया गया कि राणाडीह गांव से लगभग ढाई किलोमीटर दूर जंगल में ले जाकर तीनों महिलाओं की हत्या की गई। इससे पूर्व उन्हें डायन की बात स्वीकार कराई गई। इससे पूर्व गांव में 1991 में भी इस प्रकार की घटना घटी थी। उस समय भी कुछ महिलाओं को डायन कहकर प्रताड़ित किया गया था। तीन महिला की हत्या मामले में बताया गया कि पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है।

क्या है मामला ?

जानकारी के अनुसार ,राणाडीह में डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए वृद्ध महिला सहित तीन महिलाओं की बेहरमी से हत्या कर दी गयी। बताया गया कि एकलव्य विद्यालय, तमाड़ का छात्र राणाडीह निवासी रामसकल सिंह मुंडा के 18 वर्षीय पुत्र राजकिशोर सिंह मुंडा का सांप काटने मौत हो गया था। इस घटना पर ग्रामीणों ने ओझा को गांव लाया गया। ओझा ने ग्रामीणों को अंधविश्वास में रखते हुए गांव में डायन बिसाही की बात कही। साथ ही कहा कि जिस घर में डायन है, उसी घर में एक दिन के अंदर घटना को अंजाम दिया है। बताया जाता है कि ओझा के कहे अनुसार, दूसरे दिन उसी गांव के अभिमन्यु सिंह मुंडा के 19 वर्षीय पुत्र ललित सिंह मुंडा को सांप ने काट दिया। जिसमें इलाज के माध्यम से बचाया गया। इस घटना के बाद ओझा के अंधविश्वास को विश्वास मानते हुए ग्रामीणों की उक्त गांव में बैठक रखा गया तथा बैठक में अभिमन्यु सिंह मुंडा की पत्नी राईलू देवी (45 वर्ष) को डायन बिसाही का आरोप लगाते हुए मारपीट करते हुए डायन होने की बात कबूले को कहा गया। इसपर राईलू देवी ने दो वृद्ध महिला ढोली देवी और आलोमनी देवी का नाम बता दिया। इसके बाद तीनों महिला की पीट पीटकर हत्या कर दी गई। राणाडीह के समीप पहाड़ पर ले जाकर शव फेंक दिया।बताया जाता है कि राइलु देवी की हत्या पति, बेटा और अन्य परिजनों ने मिलकर की। उसके बाद करीब दो दर्जन ग्रामीणों ने मिलकर दो और महिला की हत्या कर दी। पुलिस ने राणाडीह जंगल से रायलू देवी व ढोलो देवी का शव रविवार को देर शाम बरामद कर लिया गया था। पर, रात होने के कारण तीसरी महिला आलोमनी देवी का शव बरामद नहीं किया जा सका था। पुलिस रात में वापस आ गई थी। सोमवार की सुबह से ही सोनाहातू,राहे ,दशम फॉल और तमाड़ थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर आलोमनी देवी का शव बरामद किया। पुलिस को शव तलाशने में लगभग दो घंटे लगे।

गौरतलब हो कि राणाडीह गांव में डायन बिसाही का आरोप लगाकर तीन वृद्ध महिलाओं की हत्या शनिवार को कर दी गई थी। पर, इसकी जानकारी किसी ने पुलिस को नहीं थी। रविवार को ही किसी ग्रामीण ने मामले की जानकारी सोनाहातू थाना पुलिस को दी थी। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और एसडीपीओ अजय कुमार के नेतृत्व पाँच थाना की पुलिस गांव पहुंची।बताया जाता है कि गांव में महिलाओं ने पुलिस का विरोध करते हुए उन्हें पहले उन्हें घुसने नहीं दिया था। बाद में भारी पुलिस बल के पहुंचने पर उन्हें गांव में घुसने दिया गया।

इधर सोमवार को भी गांव में कोई पुरुष नहीं दिखा। सभी गांव छोड़कर कहीं अन्यत्र चले गए हैं। कुछ महिलाएं ही अपने-अपने घरों के सामने बैठी हुई दिखीं। पर, पूछने पर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं थी। कुछ भी पूछने पर कहतीं थीं नहीं पता। हेसाडीह पंचायत के मुखिया प्रताप सिंह मुंडा भी मामले में कुछ बोलने से बचते रहे। फोन पर कहा कि उन्हें इस संबंध में कुछ भी पता नहीं है। इधर, सोनाहातू प्रमुख विक्टोरिया देवी ने कहा कि घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस प्रकार की घटना से पूर्व उन्हें सोचना चाहिए था। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। ताकि, इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो सके।

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