सेल्फ स्टडी से डिप्टी कलेक्टर बनी रामगढ़ शहर की बिटिया चंद्र ज्योति

• बाजारटाड़ स्थित घर लौटने पर बैंड बाजे के साथ हुआ जोरदार स्वागत, भावुक चंद्र ज्योति उपाध्याय ने कहा अफसर नहीं बेटी बन करूंगी राज्यवासियों की सेवा
रामगढ़ | संवाददाता
शहर की चंद्र ज्योति उपाध्याय ने जेपीएससी की परीक्षा में 70 वां रैंक हासिल किया है। सोमवार को वह बाजार समिति स्थित अपने आवास लौटी। इस दौरान शहरवासियों ने बैंड बाजा के साथ भव्य स्वागत किया। साथ ही दिन भर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। इस बीच ज्योति उपाध्याय पत्रकारों से मुखातिब हुई। उन्होंने बताया कि 10वीं की परीक्षा रामप्रसाद चंद्रभान सरस्वती विद्या मंदिर रामगढ से वर्ष 2013 में उर्तीण की थी। वहीं 12वीं का पढ़ाई अग्रसेन डीएवी भरेचनगर से 2015 में संपन्न हुआ। जबकि रामगढ महाविद्यालय रामगढ से स्नातक उर्तीण की हूं। इसके बाद से ही सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी में जुट गई थी। चंद्र ज्योति ने बताया कि स्कूलिंग के समय से ही उसे सिविल सेवा में जाने की इच्छा थी। मेरे पिता डॉ सीएम उपाध्याय व माता किरण उपाध्याय ने लगातार मुझे आगे की पढाई के लिये प्रेरित किया। जेपीएससी की 2023 की परीक्षा में पहले प्रयास में पास की हूं। मेरे पिता डॉ सीएम उपाध्याय आयुष चिकित्सक हैं। वहीं माता माता किरण उपाध्याय पीजी योग विज्ञान है। चंद्र ज्योति उपाध्याय ने बताया कि उनके माता-पिता के द्वारा प्रशासनिक सेवा में जाने को लेकर हमेशा प्रोत्साहित किया है। समाज के लिए कुछ अच्छा करने की इच्छा ने मुझे प्रशासनिक सेवा की तैयारी के लिए प्रेरित किया। मेरे दादा गिरिशदत्त उपाध्याय कोष अधिकारी थे। 
– ज्योति ने विशेष बातचीत में खोला सफलता का राज 
चंद्रज्योति उपाध्याय ने विशेष बातचीत में सफलता का राज खोला। कहा कि सेल्फ स्टडी से सिविल सेवा की तैयारी की हूं। बाजार में उपलब्ध स्टेडर्ड बुक के साथ ही रिविजन बेहतर ढंग से करना चाहिए। सफलता जरूर मिलेगी। बतौर प्रशासनिक सेवा पदाधिकारी के रुप में नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की बात कही। साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के द्वार खोलने की बात कही। कहा कि पदाधिकारी नहीं बल्कि बेटी बनकर राज्यवासियों की सेवा करुंगी।

चंद्र ज्योति उपाध्याय का स्वागत करते लोग

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