तीन धर्मों के संगम स्थली इटखोरी की पावन भूमि पर मां भद्रकाली के आंचल तले भगवान बुद्ध की तपोभूमि एवं जैन धर्म के दसवें तीर्थकर भगवान शीतलनाथ स्वामी की पवित्र जन्मभूमि पर कल 19/02/2022 से 21/02/2022 तक इटखोरी महोत्सव का आज से शुभारंभ हुआ।
इटखोरी महोत्सव 2022का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि माननीय श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग,झारखंड सरकार श्री सत्यानंद भोक्ता द्वारा किया गया।
वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप से माननीय सांसद चतरा लोक सभा क्षेत्र, श्री सुनील कुमार सिंह, माननीय विधायक सिमरिया विधानसभा क्षेत्र,श्री किशुन कुमार दास, उपायुक्त अंजली यादव, पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन, विभिन्न राजनीतिक दलों के जिला अध्यक्ष, मंदिर प्रबंधन समिति अध्यक्ष/सदस्य की गरिमामयी उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया।
राजकीय इटखोरी महोत्सव आयोजित करने के पीछे सिर्फ सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन उद्देश्य नहीं था, बल्कि झारखंड के चतरा जिले में पर्यटन विकास की उम्मीदों के साथ इटखोरी महोत्सव की नींव रखी गई थी। वैसे तो इटखोरी महोत्सव को राजकीय उत्सव का दर्जा वर्ष 2016 में प्राप्त हुआ था। लेकिन इटखोरी महोत्सव का आयोजन वर्ष 2015 में ऐतिहासिक मां भद्रकाली मंदिर परिसर में शुरू कर दिया गया था।
भद्रकाली मंदिर प्रांगण में सांकेतिक महोत्सव आयोजन को लेकर 19 फरवरी सुबह से शाम तक लोगों की भीड़ इक्कट्ठा रही। जिससे मंदिर प्रांगण में चहल-पहल का माहौल बना रहा। मंदिर प्रांगण में दूधिया और रंगीन रोशनी की बेहतरीन व्यवस्था की गई है, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी लोगों की भीड़ इकट्ठा रही। जैसे-जैसे शाम ढलता गया, स्थानीय कलाकारों की एक से बढ़कर एक गीत और संगीत पर दर्शक भक्ति में गोता लगाते रहे।