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सालुकडीह में आज मनाया ग्राम पूजा एवं गांव की सुख- शांति के लिए देवताओं से किया पूजा-अर्चना

ईचागढ़ : ईचागढ़ प्रखंड के सालुकडीह में आज 22 जून 2022 दिन बुधवार को सीतानाला शिवमंदिर में बकरे की बलि चढ़ाकर पूजा का संपन्न हुआ। सालुकडीह में आज ग्रामीणों ने बड़ी धूमधाम से ग्राम पूजा मनाया। आज के दिन सभी गांववासियां अपने-अपने घरों से टूटे-फटे मिट्टी के बने बर्तनों को घर से बाहर निकाल कर गांव से दूर किसी विरान जगह पर सब एक जगह में फेंक देते है। बता दें गांव की सभी स्त्रियां सवेरे टूटे-फूटे मिट्टी के बर्तन और झाड़ू एवं अन्य वस्तुएं को घर के बाहर निकाल कर रख देती है। जब तक सभी स्त्रियां मिट्टी के बर्तन आदि को फेंक कर एवं नहा-धोकर कर वापस नहीं आती है, तब तक घर में किसी भी प्रकार का कोई खाना नहीं पकाते है। अगर कोई खान पकाते है तो वह अशुद्ध माना जाता है। गांव की सभी महिलाएं बर्तनों आदि को फेंक कर उसके बाद सभी नहा-धोकर घर में प्रवेश करके देवताओं से पूजा-पाठ करती है।

(सीतानाला शिवमन्दिर का फाइल फोटो)

ग्राम पूजा के दिन गांव में आयोजन

ग्राम पूजा करने के पश्चात ग्रामीणों द्वारा गांव के किसी स्थान पर बकरे का मांस को काटकर बनाते है, और सभी गांववासियां को थोड़ा प्रसाद के रूप में मांस का वितरण करते है। एवं बचे हुए मांस को खिचड़ी तैयार कर सभी ग्रामीण एक साथ बैठकर खाते है।

(पूजा-पाठ करते हुए)

पूर्वजों की पुरानी मान्यताएं

पूर्वजों का मानना है कि गांव में ग्राम देवता की पूजा करने से गांव में प्राकृतिक आपदा जैसे – संक्रामक बीमारियां, बाढ़, आग, अशांति, रोगों आदि से दूर रहता है। ग्राम पूजा करने से गांव की सीमा के भीतर अप्रिय घटना आदि से राहत मिलता है।

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