गिरिडीह (तिसरी): आज 12अगस्त 22 को कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फॉउंडेशन के तत्वावधान में संचालित विभिन्न बाल मित्र ने गावों में “रक्षा बंधन -सुरक्षा बंधन ” कार्यक्रम के माध्यम से इस बार अनूठे तरीके से रक्षा बंधन का त्योहार सेलिब्रेट किया।
बच्चों की अलग -अलग टोली गांव के सरपंच, वार्ड सदस्य, शिक्षकों, प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO ) सहित अन्य पदाधिकारी, स्थानीय पुलिस एवं जवानों को जाकर राखी बांधा और बालश्रम, बाल यौन हिंसा, बाल विवाह जैसे अपराधों से बच्चों की सुरक्षा की अपील किया।
इस अवसर पर प्रखंड के अधिकारी सहित जनप्रतिनिधियों और जवानों ने बच्चों को मिठाई खिलाया और उनके इस अभिनव पहल की सरहाना की. उन्होंने कहा कि बच्चों की इस पहल के गहरे निहितार्थ हैं।
इस अवसर पर बाल पंचायत की मुखिया चारो हेमब्रम ने कहा कि ” रक्षा बंधन – सुरक्षा बंधन, कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों खासकर बालश्रम, बाल विवाह, यौन हिंसा से सुरक्षा हेतु समाज की चेतना को जगाना है. ”
बाल मित्र ग्राम तिसरी की बच्ची निश्चला कुमारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से आग्रह किया कि तिसरी प्रखंड को बाल तस्करी मुक्त प्रखंड बनाने हेतु आवश्यक और बेहतर पहल त्वरित रूप में उठाएं। बीडीओ महोदय ने कहा कि जरूर यह हम सभी का सामूहिक दायित्व है, बाल तस्करी मुक्त प्रखंड बनाने के लिए शिक्षा का समुचित प्रबंध तथा सरकारी योजनाओं का सही आवंटन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है तथा इसके लिए आम जनों से भी आवश्यक की अपेक्षा है।
अंचलाधिकारी श्री असीम बारा ने कहा कि रक्षा बंधन – सुरक्षा बंधन कार्यक्रम हम सभी को आपस में जोड़ने का काम करेगी। मिलकर समाज के लिए बेहतर प्रयास करेंगे। सभी बच्चे अपने जीवन में लक्ष्य निर्धारित कर उसके प्रति समर्पित भाव से प्रयास करें सफलता अवश्य मिलेगी।
बाल मित्र ग्राम नारोटांड की बाल पंचायत की सदस्य मनीषा कुमारी ने कहा कि, ” हमारे समाज में आम प्रचलित धारणा है कि केवल लड़कियां (बहने ) ही लड़को (भाईयों ) को राखी बांधती हैं और लड़के उन्हें सुरक्षा का बचन देते हैं. लेकिन हमारी बाल पंचायत के बच्चों ने एकदूसरे को राखी बांधने के साथ-साथ समाज के विभिन्न स्तर के लोगों को राखी बांधा। प्रखंड के सभी जनप्रतिनिधियों, सीआरपीएफ के जवानों सहित गणमान्य लोग, जिसका सन्देश है कि बच्चों की सुरक्षा समाज की सामूहिक जिम्नेदारी हैं. जिसे सबको मिलकर सुनिश्चित करना होगा. ”
गौरतलब हैं कि बाल पंचायत के बच्चों ने बाल श्रम, बाल विवाह और बाल शोषण से बचाव के लिए बच्चे आपस में एक-दूसरे को भी राखी बांधी और बाल शोषण व सामाजिक अपराधों सभी बच्चों की सुरक्षा के लिए संकल्प लिया .
स्कूल के प्रधानाचार्य शिक्षक भैरो यादव ने बच्चों से कहा कि उनके गांव का प्रत्येक बच्चा नियमित रूप से स्कूल आए और एक-दूसरे को शिक्षा के लिए प्रेरित करें। शिक्षा सभी बुराईयों से सुरक्षा की कुंजी है।
सीआरपीएफ कैंप में जवानों के संग मनाया रक्षाबंधन
सीआरपीएफ कैंप के मेजर छन्दीप कुमार ने सभी बच्चों के साथ त्योहार की खुशी बांटी और सभी को आश्वस्त किया कि किसी भी प्रकार की समस्या हो तो हमारे कैंप में अवश्य आएं, हम सभी आप सबों की सुरक्षा के लिए तत्परता से तैयार खड़े हैं। बच्चों को बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दी साथ ही इस प्रकार के अनूठे कार्यक्रम के लिए कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम हम सभी को खुशी तो देती ही है पर इससे कहीं ज्यादा बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है।
“रक्षा बंधन -सुरक्षा बंधन” के कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष प्रजापति, अंचलाधिकारी असीम बारा , मुखिया श्री किशोरी साव सहित अन्य पदाधिकारी, कैंप के जवान, शिक्षक, SMC तथा जनप्रतिनिधिगण के साथ बाल मित्र ग्राम के बच्चे शामिल हुए एवम कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के बाल अधिकार कार्यकर्ता सुरेंद्र पंडित, उदय राय, राजेश सिंह, संदीप नयन, छोटेलाल पांडेय, भरत पाठक, सुरेंद्र सिंह, प्रमोद राय, पिंटू पाठक, संजय बास्के, अजय पाठक सहित अन्य भी उपस्थित रहे।